यूपी के हाथरस हादसे में 116 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. यह हादसा सूरज पाल सिंह बाबा जो कि नारायण साकार हरि और संत भोले बाबा के नाम से जाने जाते हैं, उनके सत्संग में हुआ है. मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है. कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. इस हादसे के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव का एक पोस्ट वायरल हो रहा है. ये पोस्ट अखिलेश ने बीते साल किया था.
यूपी के हाथरस हादसे में 116 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. यह हादसा सूरज पाल सिंह बाबा जो कि नारायण साकार हरि और संत भोले बाबा के नाम से जाने जाते हैं, उनके सत्संग में हुआ है. मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है. कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. इस हादसे के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव का एक पोस्ट वायरल हो रहा है. ये पोस्ट अखिलेश ने बीते साल किया था.
मंगलवार को हुए हादसे के बाद यूपी पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बाबा का असली नाम सूरज पाल सिंह है. वो पुलिस विभाग में कांस्टेबल रहे हैं. 1990 के आसपास इन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ी. बाबा का गांव बहादुर नगर है, जो कि कासगंज की पटियाली तहसील में आता है.
आगरा, अलीगढ़ और राजस्थान में ठिकाने
सूरज पाल सिंह की पत्नी उनके साथ रहती हैं. बाबा के बच्चे नहीं हैं. आखिरी बार करीब डेढ़ साल पहले वो अपने गांव गए थे. बाबा का राजस्थान में काफी प्रभाव है. वहां बड़ा आश्रम बना रखा है.इनके माता-पिता की मौत हो गई है. ये तीन भाई हैं. आगरा, अलीगढ़ और राजस्थान में बाबा के तीन ठिकाने हैं.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भगदड़ की घटना में हुई लोगों की मौत पर शोक जताया है. साथ ही घायलों को तत्काल अच्छा से अच्छा इलाज मुहैया कराने की मांग की है. बसपा चीफ मायावती ने लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने मांग की है कि सरकार हादसे की जांच कर उचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करे.
भीड़ की वजह से हुआ हादसा: मुख्य सचिव
प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा है कि भीड़-भाड़ हादसे के पीछे एक कारण है. बाबा के वाहन के पीछे अनुयायी दौड़ रहे थे. उनके जाने के बाद लोग वहां की मिट्टी लेकर पूजा करते हैं. नतीजतन लोग झुकने लगे और गिर गए, जिससे भगदड़ मची. कार्यक्रम के लिए आवेदन में संख्या 80,000 बताई गई थी. हालांकि असल संख्या इससे कहीं अधिक थी. सिंह ने बताया कि 72 मृतकों की पहचान हो गई है